रविवार, 24 दिसंबर 2023

अनु भाई की तपस्या सफल, राम मंदिर के लिए 1990 में आए पत्थर इन्होंने ही तराशे

गुजरात के अनु भाई सोमपुरा की निगरानी में ही अयोध्या में पहली बार मंदिर निर्माण के लिए पत्थर आया था और पत्थरों को तराशने का काम शुरू हुआ था. वह अपने भाई और बड़े बेटे के साथ अयोध्या आए थे और फिर यहीं के होकर रह गए. तराशे गए पत्थर लोगों की श्रद्धा का केंद्र है. मगर, अनु भाई सोमपुरा के लिए जीवन भर की तपस्या है.


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